शेयर मार्केट में गिरावट के ताजा खबर
आज अगर हम भारतीय बाजार की बात करें तो निफ्टी 17338 पर खुलकर 17355 का हाई लगाया और पूरे दिन मार्केट में बिकवाली का माहौल बना रहा।
निफ्टी ने 16985 के निचले स्तर को छुआ और 17026 पर निफ्टी बंद हुआ।भारतीय बाजार में सिर्फ फार्मा सेक्टर में उछाल देखने को मिला और यह हरे रंग में बंद हुआ फार्मा सेक्टर का इंडेक्स निफ़्टी फार्मा 13487 पर खुला और बाजार में कारोबार करते हुए 13990 का उच्च स्तर और उसी दौरान 13455 के निचले स्तर को छुआ।
निफ़्टी फार्मा ने आज ₹13797 पर अपनी क्लोजिंग दीया।दिन के अंतिम पहर में फार्मा सेक्टर में प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिली परंतु अंततः यह हरे निशान में बंद हुआ|
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि जब दूसरे इंडेक्स में गिरावट का माहौल होता है तो फार्मा सेक्टर में बढ़ोतरी देखने को मिलता है ,परंतु यह हर बार सत्य नहीं होता |
इसके कई कारण हैं क्योंकि बाजार की दिशा और दशा निर्धारित करने में कई चीजों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है,इस विषय पर हम लोग कभी और विस्तार से बात करेंगे. आज के बाजार के बारे में अगर बात करें तो सबसे अधिक बिकवाली निफ़्टी मेटल में देखने को मिली|
यह लगभग 5% लुढ़क गया। आज पूरे दिन बिकवाली रहने के कई कारण हो सकते हैं परंतु जो प्रमुख कारण है उनके चर्चा आज के इस आर्टिकल में की जाएगी.
कोरोना के नए वेरिएंट का दक्षिण अफ्रीका में मिलना
बताया जा रहा है कि दक्षिण अफ्रीका में कोरोनावायरस मिला है, बताया जा रहा है किया करोना का नया वेरिएंट B.1.1.529, है
जो दक्षिण अफ्रीका में अपना पैर पसार रहा है. इसको लेकर के भारत में भी काफी सतर्कता देखी गई और केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को सतर्क रहने का आदेश भी जारी किया, कोरोना के इस नए वेरिएंट के कुछ मरीज हांगकांग शहर में भी मिले हैं|
बताया जा रहा है कि करोना का यह वेरिएंट काफी घातक है,और दुनिया को इस से सतर्क रहने की काफी जरूरत है।
US STOCK MARKET FALL
इस समाचार के मिलते हैं अमेरिकी शेयर बाजार सूचकांक s&p 500 में 2.27 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली,
वहीं अगर हम डाउ जॉन्स इंडस्ट्रियल एवरेज की बात करें तो यह 905 अंक लुढ़क गया साथ ही नैस्डेक कंपोजिट में भी 2.23 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली,वैश्विक बाजारों में यह गिरावट काफी काफी बड़ी है और गंभीरता से लेने लायक है क्योंकि अगर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है तो इसके कारण भी मजबूत हो सकते हैं.
निवेशकों के दूबे लाखों–करोड़ों
शुक्रवार को बाजार में जो गिरावट देखने को मिली उसके कारण निवेशकों के करीब 7.35 लाख करोड़ रुपए की चपत लग गई। अपने दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स लगभग 1801.2 अंक तक लुढ़क गया जो सेंसेक्स का करीब 3.06% है।
लॉक डाउन का डर
हमारे लिए corona एक बहुत बड़ा समस्या रहा है जिस वजह से हमने कई लॉकडाउन देखा है। Corona के इस नए वेरिएंट के मिलने से दुनिया में एक बार फिर लॉक डाउन का डर सता रहा है,जिस वजह से निवेशक बाजार से पैसे बाहर निकाल रहे हैं|
,यह समय भारतीय बाजार के लिए और भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर निवेशक अपना पैसा कंपनियों से बाहर निकालेंगे तो कंपनियों का फंड कम पड़ जाएगा जिससे उसे अपने कार्यों के संचालन में बाधा उत्पन्न होगी |
साथ ही लॉकडाउन जैसे कठोर नियम के लागू वस्तुओं की बिक्री घट जाएगी बाजार ठप पड़ने लगेगा जिस वजह से कंपनियों को नुकसान का सामना करना पड़ेगा और इसका काफी गहरा प्रभाव दुनिया की अर्थव्यवस्था के साथ–साथ भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा।
अफ्रीकी देशों के फ्लाइट पर रोक–
बताया जा रहा है कि अफ्रीकी देशों खासकर 7 देशों से आने वाली फ्लाइट ऊपर इजराइल सरकार ने रोक लगा दी है, जिन देशों पर इजराइल की सरकार ने रोक लगाया है उनमें शामिल है दक्षिण अफ्रीका,लेसोथो,बोत्सवाना ,जिंबाब्वे ,मोजांबिक नामबिया और एस्वतीनी इन देशों को इजराइल की सरकार ने रेड लिस्ट में डाल दिया है, और इन देशों से आने वाले सभी फ्लाइट पर रोक लगा दी है।
इजराइल के तर्ज पर ही यूके की सरकार ने भी अफ्रीकी देशों से आवाजाही रोक दी है और वहां की सरकार ने इन देशों से आने वाले फ्लाइटों पर भी रोक लगा दी हैं।
मार्केट में गिरावट के कई तकनीकी कारण
, इस विषय में टेक्निकल एनालिसिस करने वाले हैं लोगों का मानना है कि निफ्टी में हेड एंड शोल्डर पेटर्न बना था, जिस वजह से मार्केट में गिरावट जारी है और हेड एंड शोल्डर पेटर्न के ब्रेकडाउन के बाद से मार्केट लगातार अपने निचले स्तर को तोड़ते जा रहा है, और एक वेयर मार्केट का निर्माण कर रहा है|
यह शॉर्ट टर्म बियर मार्केट और एक करेक्शन के रूप में देखा जा सकता है। अगर हम निफ्टी के सपोर्ट की बात करें तो यह आगे 16800 के लेवल पर एक सपोर्ट ले सकता है ,और अभी फिलहाल निफ़्टी 17000 पर ट्रेड कर रहा है तो बहुत अधिक संभावना है कि 17,000 के लेवल को बरकरार रखें और अगर इसे तोड़ता है तो हमारा इमीडिएट सपोर्ट 16800 का बनेगा।
17500 निफ्टी के लिए एक बड़ा रजिस्टेंस का काम करेगा जिसे तोड़ना मुश्किल साबित हो सकता है,जब तक कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से होने वाले खतरों को आका न जा सके।

शॉर्ट टर्म करेक्शन–ऐसा माना जा रहा है कि निफ्टी ने जब 19 अक्टूबर 2021 को अपने सर्वोच्च 18604 रुपया को छुआ उसके बाद से लगातार बिकवाली देखी जा रही है और इसे एक छोटे समय के करेक्शन के रूप में देखा जा रहा है|
बाजार में इस गिरावट की चाहे जो भी मुख्य कारण रहे हो इसमें इतना तो माना ही जा सकता है कि इससे अंततः छोटे निवेशकों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है और इस स्थिति से उबरने में बाजार को थोड़ा समय लग सकता है जिस वजह से छोटे निवेशकों के पैसे बाजार में फंसे हुए रह सकते हैं जिस पर उन्हें कोई कैपिटल गेन की प्राप्ति असंभव दिख रहे हैं