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IBULHSGFIN के धोखे और निवेशकों की आशा ऐसे सोचे भी नहीं होंगे 2023|

IBULHSGFIN के धोखे और निवेशकों की आशा ऐसे सोचे भी नहीं होंगे 2023|

कोरोना काल की समाप्ति के पश्चात शेयर मार्केट ने जिस तरह से रिकवरी दिखाई ऐसी किसी को आशा न थी।

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Nifty अपने 7500 के लेबल से बाउंस बैक करके 18600 के लेवल तक पहुंच गया।

इस दौरान बहुत सारे शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला परंतु ज्यादातर शेयरों में एक अच्छी ग्रोथ देखने को मिली।

शेयर मार्केट में गिरावट जितना आश्चर्यजनक था उससे कहीं अधिक आश्चर्यजनक रिकवरी थी। क्योंकि इसमें कुछ भी चल रहा था, बस उसे शेयर होना चाहिए और स्टॉक मार्केट में लिस्टेड।

IBULHSGFIN के धोखे और निवेशकों की आशा ऐसे सोचे भी नहीं होंगे 2023 |

ibulhsgfin chart analysis.

IBULHSGFIN के धोखे और निवेशकों की आशा,

परंतु इस बुल ट्रेंड की समाप्ति के पश्चात सिर्फ उन्हीं शेयरों में स्थिरता देखने को मिली जो फंडामेंटली काफी मजबूत है।

इस कड़ी में आज हम एक ऐसे शेयर की बात करने वाले हैं जिसने निवेशकों के पैसे को बीते 1 सालों में आधा कर दिया है।

जी हां, आज हम लोग बात करने वाले हैं इंडिया बुल हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के शेयर के बारे में।

India bull housing finance, जो 2005 में इनकॉरपोरेट हुई, वह नेशनल हाउसिंग बैंक के द्वारा रेगुलेट होती है।यह कंपनी मुख्य रूप से लोगों को होम लोन और उनकी संपत्ति के बदले में लोन प्रदान करती हैं।

Profitability Analysis Of India bull housings finance.

Profitability Analysis Of India bull housings finance.

कंपनी ने बीते 10 सालों में लगभग 10% से अपने सेल्स को बढ़ाया है परंतु बीते 3 सालों में कंपनी का रिवेन्यू औसतन 20% से कम होता जा रहा है।

रिवेन्यू मैं लगातार कमी कंपनी के लिए एक बुरी खबर साबित हो रही है।

कंपनी अपने ऑपरेटिंग प्रॉफिट का औसतन 60% से 65% पैसे को सिर्फ ब्याज चुकाने में खर्च कर रही हैं। किसी भी कंपनी में अच्छी ग्रोथ के लिए ब्याज का बोझ कम होना चाहिए परंतु इंडिया बुल हाउसिंग फाइनेंस के केस में मामला बिल्कुल उल्टा है।

Balance Sheet Analysis

IBULHSGFIN के धोखे और निवेशकों की आशा ऐसे सोचे भी नहीं होंगे 2023 |

कंपनी का इंटरेस्ट कवरेज ratio बिल्कुल लो है जो इस बात का संकेत देता है कि कंपनी को अपने ब्याज को चुकाने में दिक्कत आ सकती है।

कंपनी से यदि पूरे लैविटी सेक्शन को ब्रेकअप किया जाता है तो कंपनी के ऊपर पूरी liability का 80 से 82% सिर्फ लोन का बोझ है।

कंपनी के बैलेंस शीट को देख कर के पता चलता है कि कंपनी अपने शेयर कैपिटल को लगातार बढ़ा रही है।

जो इस बात के संकेत देते हैं कि कंपनी में कहीं ना कहीं फंड की कमी आ रही है, और कंपनी पैसे जुटाने के लिए अपने अधिक से अधिक शेयरों को बेच रही है।

Tata Power Share Price Target/Prediction 2023, 2024, 2025, 2030.

Sail Share Price Target/Prediction 2023,2024,2025,2030.

Suzlon Share Price Target/Prediction 2030 | Suzlon Share Price Target/Forecast For 2030.

निवेश से पहले जानने वाले कुछ महत्वपूर्ण बातें|

निवेश से पहले जानने वाले कुछ महत्वपूर्ण बातें|

  • कंपनी अपने शेयर होल्डर को डिविडेंड नहीं देती है, ऐसे में वे निवेशक जो किसी भी कंपनी से अथवा अपने निवेश से लगातार इनकम की सोच रहे हैं, वह ऐसी कंपनियों में निवेश करने से बच सकते हैं।
  • कंपनी का मार्केट केपीटलाइजेशन इसके अन्य प्रतियोगी कंपनियों से काफी कम है। यह भी एक नकारात्मक पहलू है। क्योंकि कंपनी का मार्केट केपीटलाइजेशन जितना कम होता है स्टेबिलिटी उतनी ही कम रहती है।
  • पिछले 4 सालों से कंपनी का वर्किंग कैपिटल ट्रेंड लगभग 10% से नेगेटिव अथवा नकारात्मक रहा है।
  • अब कंपनी में प्रमोटर्स के होल्डिंग मात्र लगभग 10% ही रह गई है, बीते 3 सालों में कंपनी के प्रमोटरों ने अपनी होल्डिंग को 12% से कम किया है। यह निश्चित ही एक बुरा संकेत है। यदि कंपनी इतने ही बेहतर करने वाली है तो फिर प्रमोटर क्यों अपने स्टेक को बेंच रहे हैं।
  • कंपनी के ऊपर लोन का बोझ काफी अधिक है, जो कंपनी के पूरे liability का करीब 80% से 82% तक है।
  • बीते 3 सालों में कंपनी ने 24% तथा बीते 5 सालों में 38% का नकारात्मक रिटर्न दिया है।
Will indbulhsgfin bounce back?

Will indbulhsgfin bounce back?

  • हालांकि कंपनी ने अपने इंटरेस्ट के बोझ को कम करने के लिए कर्ज को चुकाया है। मार्च 2019 से लेकर मार्च 2022 तक कंपनी ने अपने लोन को 55% कम किया है। ऐसे में यह कंपनी के लिए एक अच्छा संकेत है और निवेशक इससे प्रभावित होकर निवेश कर सकते हैं। निवेशक जितना अधिक निवेश करेंगे शेयर प्राइस में उतनी मजबूती देखने को मिलेगी।
  • कंपनी के share price to book value ratio मात्र 0.33%है, इसका अर्थ यह है कि कंपनी काफी कम वैल्यूएशन पर उपलब्ध है ऐसे में यह एक डीप डिस्काउंट बाइंग हो सकती है।
Conclusion

जहां भी पैसा का निवेश होता है रिस्क वहां मौजूद होता है। आप अपने निवेश पद्धति में डायवर्सिफिकेशन को अपना सकते हैं। इंडिया बुल हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के ज्यादातर फंडामेंटल कमजोर दिख रहे हैं ऐसे में कंपनी का बाउंस बैक करना थोड़ा मुश्किल लग रहा है।

हालांकि कंपनी अपने लोन को बोझ को कम करने का लगातार प्रयास कर रही है, जो कि एक अच्छे संकेत हो सकते हैं।

चुकी बहुत सारे निवेशक इसे एक ग्रेट बाइंग अवसर के रूप में देख रहे हैं ऐसे में कंपनी के शेयर प्राइस का थोड़ा बहुत बाउंस करना लाजमी है।

पर आप ऐसे में इस dead cat bounce के ऊपर ना जाएं और कंपनी पर अपनी रिसर्च करें, हमारे तरफ से यह इन्वेस्टमेंट एडवाइज नहीं है निवेश से पूर्व अपने निवेश सलाहकार की सलाह अवश्य लें।

यदि आप इंडिया बुल हाउसिंग फाइनेंस के बारे में,अन्य कोई भी जानकारी चाहते हैं तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं या हमारे टेलीग्राम को ज्वाइन करके आपका रेगुलर अपडेट ले सकते हैं।

यदि आप इस विषय पर एक डीटेल्ड एनालिसिस चाहते हैं तो आप अवश्य कमेंट करें हमारी कोशिश रहेगी इस कंपनी पर एक डिटेल एनालिसिस लेकर आए।

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