कोरोना काल की समाप्ति के पश्चात शेयर मार्केट ने जिस तरह से रिकवरी दिखाई ऐसी किसी को आशा न थी।

Nifty अपने 7500 के लेबल से बाउंस बैक करके 18600 के लेवल तक पहुंच गया।

इस दौरान बहुत सारे शेयरों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला परंतु ज्यादातर शेयरों में एक अच्छी ग्रोथ देखने को मिली।

शेयर मार्केट में गिरावट जितना आश्चर्यजनक था उससे कहीं अधिक आश्चर्यजनक रिकवरी थी। 

परंतु इस बुल ट्रेंड की समाप्ति के पश्चात सिर्फ उन्हीं शेयरों में स्थिरता देखने को मिली जो फंडामेंटली काफी मजबूत है।

कंपनी ने बीते 10 सालों में लगभग 10% से अपने सेल्स को बढ़ाया है परंतु बीते 3 सालों में......?

India bull housing finance, जो 2005 में इनकॉरपोरेट हुई, वह नेशनल हाउसिंग बैंक के द्वारा रेगुलेट होती है।

इस कड़ी में आज हम एक ऐसे शेयर की बात करने वाले हैं जिसने निवेशकों के पैसे को बीते 1 सालों में आधा कर दिया है।