what is Revenue In Hindi
कंपनियां बिजनेस करती हैं और अपने प्रोडक्ट या सर्विसेज को बेचती हैं। जो प्रोडक्ट या सर्विसेज किसी विशेष वित्तीय वर्ष में बेची जाती है उसका कुछ मोनेटरी वैल्यू होता है।किसी भी कंपनी के लिए इस इसे रिवेन्यू अथवा सेल कहा जाता है।
उदाहरण – कोई कंपनी जूते और चप्पल बनाती है, जैसे Bata India.
अब मान लेते हैं इस कंपनी ने कुल 120 मिलियन के जूते चप्पल किसी विशेष वित्तीय वर्ष (2020-21) में बेचे हैं।
अतः ऐसी स्थिति में कंपनी का सेल्स अथवा रिवेन्यू 120 मिलियन का होगा।
इस वैल्यू को कंपनी के इनकम स्टेटमेंट में सबसे ऊपर दर्ज किया जाएगा।इसी कारण इसे टॉप लाइन भी बोला जाता है।
किसी भी कंपनी के टॉप लाइन का विश्लेषण करने का अर्थ है कंपनी के रिवेन्यू अथवा सेल का विश्लेषण करना।
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Revenue Kya Hota Hai | Revenue Meaning In Hindi

What Is PE Ratio In Hindi | PE Ratio In Hindi
Types of revenue
कंपनी का रिवेन्यू मुख्य रूप से 2 प्रकार के होते हैं।
-
Revenue from operations
जब कंपनी का रिवेन्यू उसके मुख्य बिजनेस से आता है तो उसे रिवेन्यू फ्रॉम ऑपरेशन कहां जता है।
उदाहरण -बाटा इंडिया कंपनी का मुख्य पेशा जूते और चप्पल बेचने का है। कंपनी को जूते और चप्पल के बिक्री से जो रिवेन्यू प्राप्त होगा उससे उसका रिवेन्यू फ्रॉम ऑपरेशन कहा जाएगा।
रिवेन्यू फ्रॉम ऑपरेशंस कंपनी का मुख्य रेवेन्यू होता है। क्योंकि यह कंपनी के कोर बिजनेस से प्राप्त किया हुआ रिवेन्यू होता है।
यदि कंपनी अपने किसी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट को बेचती है तो वहां से कंपनी को जो रिवेन्यू प्राप्त होगा उसे रिवेन्यू फ्रॉम ऑपरेशन में शामिल नहीं किया जाएगा।
2.Other income
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हो सकता है बाटा इंडिया कंपनी कुछ पैसे संपत्ति बेचकर अथवा लोन देकर कमाती हो। इस तरह के स्रोत से कंपनी को जो रिवेन्यू प्राप्त होगा,उसे अदर इनकम के नाम से जाना जाता है।
यह कंपनी का है कोर बिजनेस नहीं होता है। अतः निवेशक को अन्य स्रोत से आए हुए इनकम पर विश्लेषण की आवश्यकता है।
कंपनी के रेवेन्यू के विश्लेषण से आप इन चीजों को समझ सकते हैं-(Revenue Kya Hota Hai)
- क्या कंपनी का विकास हो रहा है – अगर आप कंपनी के रेवेन्यू का एनालिसिस करते हैं तो आप कंपनी के इस वर्ष की रेवेन्यू की तुलना पिछले वर्ष के रिवेन्यू से करके देख सकते हैं। इस तुलना से आपको यह बात आसानी से पता लग जाएगा कि पिछले साल के मुकाबले कंपनी के रेवेन्यू में इस साल कितनी बढ़ोतरी हुई।
- यह पिछले साल की तुलना में रेवेन्यू में कितने प्रतिशत की वृद्धि या घाटा है| रेवेन्यू की इस तरह से एनालिसिस करके आप कंपनी के रुख को पहचान सकते हैं कि कंपनी अपटेंड में है या डाउनट्रेंड में|
- कंपनी का रेवेन्यू और कंपनी का साइज – जैसे आमतौर पर कंपनी की मार्केट कैपिटल के आधार पर कंपनी के आकार बताया जाता है| परंतु कंपनी का रिवेन्यू कंपनी के आकार के निर्माण में बहुत ही बड़ी भूमिका निभाता है| जिस भी कंपनी का रिवेन्यू जितना ज्यादा होगा उस कंपनी का आकार अपने प्रतिस्पर्धी कंपनियों से बड़ा होगा|
- रेवेन्यू मतलब मजबूत मांग- जिस भी कंपनी का रिवेन्यू काफी मजबूती से बढ़ता है उसका सीधा सा अर्थ होता है कि कंपनी के उत्पाद को लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है| और यही कारण है कि कंपनी का रिवेन्यू की बढ़ोतरी दर काफी अधिक है|
Key factors for Analyzing revenue (what is Revenue In Hindi
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इनकम स्टेटमेंट का विश्लेषण काफी सावधानी से करें|
इनकम स्टेटमेंट में जो रिवेन्यू का डाटा दिया गया है उसे सतर्कता से समझें|
किसी भी कंपनी के रेवेन्यू के डाटा का प्रतिशत बढ़ोतरी या प्रतिशत घाटा निकाले|
कंपनियों के रिवेन्यू में औसतन 10% या उससे अधिक का बढ़ोतरी हो तो उसे आगे विश्लेषण के लिए शामिल करें
एक ही व्यवसाय में लगे हुए अलग-अलग कंपनियों का रिवेन्यू विश्लेषण एक साथ करके देखें कि किस कंपनी में रिवेन्यू ग्रोथ दिखा रहा है|
कंपनियों के द्वारा रिवेन्यू के डाटा को गलत तरीके से पेश किया जा सकता है अतः इसे सावधानी से जांच लें|
अगर आप रिवेन्यू के विश्लेषण में और गहराई से देखना चाहते हैं तो आप किसी भी कंपनी के अलग-अलग बिजनेस से आने वाले रेवेन्यू के डाटा को एनालाइज कर सकते हैं| और यह देख सकते हैं कि यह कंपनी किस व्यवसाय से अधिक रिवेन्यू उत्पन्न कर रही हैं| और साथ ही यह देखें कि क्या यह कंपनी का कोर बिजनेस है| क्या कंपनी इसी व्यवसाय के लिए जानी जाती है ?
ACCURED AND DEFERRED REVENUE
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ACCURED REVENUE – ज्यादातर कंपनियां एकाउंटिंग के एक्रूअल तरीके का इस्तेमाल करती है| इसमें कंपनी अपने प्रोडक्ट के सेल्स को रिवेन्यू के रूप में दर्ज कर लेती है| भले हैं वह अपने सेल्स के लिए कैश प्राप्त ना की हो|
कहने का अर्थ है यह वह रिवेन्यू होता है जो इनकम स्टेटमेंट में दिखता है परंतु कोई जरूरी नहीं कि वह कैश फ्लो में आ गया हो| अर्थात उसके लिए कंपनी को कैश मिल गया हो|
DEFERRED REVENUE- जब कंपनियां अपने प्रोडक्ट के लिए एडवांस में पैसे ले लेती हैं, बीना प्रोडक्ट और सर्विसेज डिलीवर किए हुए, ऐसा रिवेन्यू DEFERRED REVENUE कहलाता है|

किसी भी कंपनी का रिवेन्यू अपने आप में कोई विशेष अर्थ नहीं रखता है जब तक हम कंपनी के खर्चों को ना समझ ले| किसी भी बिजनेस का पैसे कमाने का एक ही तरीका है खर्च को कम करना|
Revenue VS Profit
किसी कंपनी का रेवेन्यू अधिक है इसका यह अर्थ नहीं है कि कंपनी पैसे कमा रही है|
टाटा मोटर का एक उदाहरण ले लेते हैं-
(what is Revenue In Hindi)
YEAR | SALES | NET PROFIT | PROFIT % |
MARCH-18 | 291,550 | 8989 | 3% |
MARCH-19 | 301,938 | -28,826 | -9.5% |
MARCH-20 | 261,068 | -12,071 | -4.6% |
MARCH-21 | 249,795 | -13,451 | -5.3% |
ऊपर के टेबल में टाटा मोटर के सेल को देखिए| 2018 से 21 तक के रिवेन्यू के डाटा को देखकर अनुमान लगा रहे हैं?
रेवेन्यू तो बहुत अधिक है | परंतु जब हम नेट प्रॉफिट को देखते हैं तो दंग रह जाते हैं| क्योंकि इतना अधिक रिवेन्यू होने के बावजूद कंपनी लॉस में चल रही है|
इसका अर्थ है कि सिर्फ रिवेन्यू देखने से काम नहीं चलेगा| हमें खर्च को भी समझना होगा| क्योंकि कंपनी का प्रॉफिट और लॉस खर्च पर निर्धारित होगा|
अगले आर्टिकल में हम लोग कंपनी के खर्च का विश्लेषण करेंगे|
निष्कर्ष-what is Revenue In Hindi
आज के इस आर्टिकल में हम लोगों ने रिवेन्यू को समझा| यह किसी भी कंपनी के इनकम स्टेटमेंट या प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट का भाग है| कंपनी के रिवेन्यू को कंपनी का ग्रॉस सेल्स कहा जाता है|| यह कंपनी के आकार को बताता है| हम एक कंपनी के रेवेन्यू का निरंतर विश्लेषण करना चाहिए| क्योंकि यह कंपनी के ट्रेंड को बताता है| यदि किसी कंपनी का रेवेन्यू अधिक है, तो इसकी काफी अधिक संभावना है की कंपनी अपने खर्च को कम करके प्रॉफिट कमाए|
यदि कोई कंपनी अत्याधिक सेल्स से होने के बावजूद भी लॉस में चल रही है, और कंपनी के इस स्थिति में सुधार हो रहा है, तो ऐसी कंपनियों का विश्लेषण, हम लोग Price To Sales Ratio का उपयोग करके कर सकते हैं|
परंतु ज्यादा सेल्स ज्यादा प्रॉफिट को नहीं बताता| इसके लिए हमें कंपनी के खर्च को समझना पड़ता है| एकाउंटिंग के अलग अलग तरीके के आधार पर रिवेन्यू को दो तरीके से रिकॉर्ड किया जाता है| ACCURED AND DEFERRED REVENUE, इसी प्रकार के दो रिवेन्यू है|जिसके विषय में ऊपर के आर्टिकल में चर्चा किया गया| अगर आपको इसे समझने में कठिनाई उत्पन्न हो रही है, तो आप हमारे टेलीग्राम चैनल को ज्वाइन कर सकते हैं| हम लोग आपके डाउट को क्लियर करने की कोशिश करेंगे|
धन्यवाद
FAQ-what is Revenue In Hindi
[sc_fs_multi_faq headline-0=”h2″ question-0=”रेवेन्यू क्या होता है?” answer-0=”कंपनियां बिजनेस करती हैं और अपने प्रोडक्ट या सर्विसेज को बेचती हैं। जो प्रोडक्ट या सर्विसेज किसी विशेष वित्तीय वर्ष में बेची जाती है उसका कुछ मोनेटरी वैल्यू होता है।किसी भी कंपनी के लिए इस इसे रिवेन्यू अथवा सेल कहा जाता है।” image-0=”” headline-1=”h2″ question-1=”क्या रेवेन्यू और कैश फ्लो दोनों एक ही होता है?” answer-1=”नहीं, रेवेन्यू और कैसप्रो दोनों अलग-अलग चीजें हैं| कंपनी को रिवेन्यू तब प्राप्त होता है जब वह अपने प्रोडक्ट अथवा सर्विसेज को बेचती है| कैश फ्लो वह पैसे की मात्रा होती है जो कंपनी के अंदर और बाहर जाती है|” image-1=”” headline-2=”h2″ question-2=”क्या ज्यादा रिवेन्यू ज्यादा प्रॉफिट को बताता है?” answer-2=”नहीं, ऐसा कोई जरूरी नहीं है| ज्यादा रेवेन्यू के साथ भी कंपनी लॉस में रह सकती है| जैसे आप टाटा मोटर का ही उदाहरण ले सकते हैं|” image-2=”” headline-3=”h2″ question-3=”रेवेन्यू हमें क्या बताता है?” answer-3=”हम कंपनी के रेवेन्यू का विश्लेषण करके बहुत सारे तथ्यों को समझ सकते हैं| जैसे क्या कंपनी का विकास हो रहा है? कंपनी के सेल्स का ट्रेंड कैसा है? क्या कंपनी के प्रोडक्ट की FREE TRIAL EXPIRED या सर्विसेज की बाजार में मांग है? इत्यादि|” image-3=”” headline-4=”h2″ question-4=”ACCURED REVENUE क्या है?” answer-4=” ज्यादातर कंपनियां एकाउंटिंग के एक्रूअल तरीके का इस्तेमाल करती है| इसमें कंपनी अपने प्रोडक्ट के सेल्स को रिवेन्यू के रूप में दर्ज कर लेती है| भले हैं वह अपने सेल्स के लिए कैश प्राप्त ना की हो|” image-4=”” count=”5″ html=”true” css_class=””]